बिना तेरे शहर का शहर वीरान रहता है
बिछड़ के तुझसे हर रास्ता सुनसान रहता है
वो तुझे तुझसे ज़्यादा प्यार करता है
जो तेरे सामने अक्सर अंजान रहता है।


 

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