फलसफा समझो न असरारे सियासत समझो
जिन्दगी सिर्फ हकीक़त है हकीक़त समझो
जाने किस दिन हो हवायें भी नीलाम यहाँ
आज तो साँस भी लेते हो ग़नीमत समझो…

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